दोस्ती में सुकून हैं

प्यार में जुनून हैं, दोस्ती में सुकून हैं और मैं ये सुकून कभी नही खोना चाहती, एक मूवी का ये डायलॉग एक तरह से देखा जाए तो सही हैं क्योंकि दोस्ती शायद रिश्ता ही ऐसा हैं जो हमे सच मे सुकून देता हैं। दोस्त जो हमारे परिवार से दूर हमारा परिवार बन जाता हैं, जिसके साथ हम हँस सकते हैं, जिसके सामने दिल खोलके रो सकते है, जो पापा की तरह डांट लगाते हैं और माँ की तरह परवाह करते हैं, जो भाई की तरह प्रोटेक्टिव बन जाते हैं और बहन की तरह पैम्पर करते है। जिनके पास हमारी सारी तकलीफो के समाधान होते हैं। जिनसे हम मज़ाक कर सकते हैं बिना डरे,और जो हमे तंग करने का एक मौका नही गवाते। दोस्तों से रिश्ता भले खून का न हो, लेकिन वो खून के रिश्तों से कम नही। कहते हैं आपके दोस्त आपके स्वभाव,स्वास्थ्य का प्रतिबिंब होते हैं। आपके दोस्त आपकी पर्सनालिटी के कई पहेलु को उजागर करते हैं। दोस्ती एक खूबसूरत रिश्ता हैं , जो हमे हमेशा संजोके रखना चाहिये। कभी कभी हम जितना अपने आप को समझ नही पाते उससे ज्यादा हमारे दोस्त हमे समझ लेते हैं। कभी हमे कुछ कहने की जरूरत नही होती और दोस्त हमे देखके, हमे सुनके हमारे हाल भांप लेते हैं। देखा जाए तो हमारी जिंदगी का काफी समय हम अपने दोस्तों के साथ बिताते हैं। उनके साथ हँसते, खेलते, रूठते, मनाते, घूमते,फिरते,खाते, नाचते,गाते और जो किसी औऱ के साथ ना कर पाए ऐसे पराक्रम हम सिर्फ दोस्तो के साथ कर पाते हैं। अच्छे दोस्त मिलना किसी खजाने को पाने से कम नही। मुझे द्रौपदी और श्री कृष्ण की दोस्ती सुंदरतम और श्रेष्ठ लगती हैं। एक समय जब द्रौपदी अपने चीरहरण के प्रसंग के बाद जब शोक और पीड़ा में डूबी हुई होती हैं तो वो किसी से बात करने के लिए तैयार नही होती।  श्री कृष्ण उनके पास जाते हैं और कहते हैं की सखी, मित्र वो होते हैं जो अपने हृदय की भावनाओ को बांटे, तुम्हारे हृदय की पीड़ा में मेरा भी भाग हैं सखी,अपने भाग की पीड़ा प्राप्त करने आया हु। मित्रता की कितनी शुद्ध परिभाषा दी श्री कृष्ण ने। इस दृष्टांत से कृष्ण शायद यह बताने की कोशिश कर रहे हो की हमे सिर्फ दोस्तो की खुशी में शामिल नहीं होना बल्कि गम भी बांटने हैं। श्री कृष्ण ने अपने दूसरे रिश्तो के साथ मित्रता का भी आदर्श उदाहरण दिया हैं। जैसे अर्जुन के साथ उनकी दोस्ती भी जगजाहिर है। हमारी जिंदगी में भी ऐसे दोस्त होते हैं जो हमारे साथ हमेशा खड़े रहते हैं, जिनके होने मात्र से हम कभी अकेला महसूस नही करते। जो हमे बहोत कुछ सिखाते हैं, जो हमे गिरने से बचाते हैं और अगर जो कभी गिर जाए तो गिरने के बाद फिर से उठने में मदद करते हैं। दोस्त ही हैं जो हमे अपना आइना दिखाते हैं। जिनसे बात करके दिल से बोझ हट जाए, जो दिल खोल के आपसे अपनी हकीकत, परेशानी बया कर पाए वैसे दोस्त नसीब वालों को मिलते हैं। एक इंसान के जीवन में अलग अलग तरह के दोस्त होते हैं। कुछ के साथ वो हसी मजाक कर सके तो कुछ के साथ कुछ गंभीर चर्चा, कुछ के साथ होने से उत्साह भर जाए तो किसी को हम प्रोत्साहित करे, कुछ जिज्ञासा, ज्ञान बढाने वाले तो कुछ आपको खूब समझने वाले, कुछ आपके बिना बोले आपको देख के आपका हाल समझने वाले तो कुछ आपकी कथनी से आपके दिल को छान ले, कुछ आपको आप से मिलाने के लिए प्रेरित करे तो कुछ आपको जिंदगी की सच्चाई से वाकिफ करते हैं। ऐसे दोस्त मेरे सारे दोस्तो की जिंदगी में हमेशा रहे, दोस्ती आबाद रहे ,सलामत रहे।

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